SHRI CHITRAGUPTA JI MAHARAJ - BHAKTI SAGAR

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Chitragupta puja 2023 date:इस साल कब मनाई जाएगी चित्रगुप्त पूजा, जाने तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

Chitragupta puja 2023 date:इस साल कब मनाई जाएगी चित्रगुप्त पूजा, जाने तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

Bhakti Sagar | Shri Chitragupta Ji Maharaj

Chitragupta puja 2023 date:इस साल कब मनाई जाएगी चित्रगुप्त पूजा, जाने तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व Chitragupta puja

By Admin On Tuesday October 24 2023 82

Adi Chitragupta Temple belongs to Lord Chitragupta located on the banks of river Ganga, near Patna

Adi Chitragupta Temple belongs to Lord Chitragupta located on the banks of river Ganga, near Patna

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Adi Chitragupta Temple belongs to Lord Chitragupta located on the banks of river Ganga, near Patna. On the auspicious occasion of Chitragupta puja, the temple holds special attractions.  

By Admin On Thursday July 28 2022 183

Bengali Kayastha

Bengali Kayastha

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Bengali Kayastha is a Bengali Hindu who is a member of the Kayastha community. The historical caste occupation of Kayasthas throughout India has been that of scribes and administrators;the Kayasthas in Bengal also became "the region's surrogate Kshatriya or warrior class"  and, alongside Brahmins, are regarded as the "highest Hindu castes" that comprise the "upper layer of Hindu society." History

By Admin On Thursday July 28 2022 193

Puja Process With Katha of Shri Chitragupt Ji

Puja Process With Katha of Shri Chitragupt Ji

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Chitragupta Jayanti Puja Chitraguptaji was born on Yamadwitiya and his birthday is celebrated as Chitraguptajayanti. Puja including yajna is done on this day. The greatness of this yajna is that whoever performs it, is spared the punishments of hell, whatever his records of deeds be! The process of Puja (worship rituals) starts in a similar fashion as other worships of Hindu gods and goddess.    The various steps and observations are detailed be

By Admin On Wednesday July 27 2022 195

Kayastha culture

Kayastha culture

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Kayastha culture Kayasthas practice family exogamy and caste endogamy preferring to marry only within their sub-castes. The individuals of same Al can not intermarry, while those of same caste and different Als can. Thus an individual from Srivastava subcaste and Pandey Al should not marry another Pandey of the same subcaste but can marry an individual belonging to another al of the same subcaste. Though not required, it is still widely practiced as a tradition.  W

By Admin On Thursday July 28 2022 201

SRI CHITRAGUPTA TEMPLE, HUPPUGUDA, HYDERABAD-PARIHARA TEMPLE FOR KETU DOSHA

SRI CHITRAGUPTA TEMPLE, HUPPUGUDA, HYDERABAD-PARIHARA TEMPLE FOR KETU DOSHA

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SRI CHITRAGUPTA TEMPLE, HUPPUGUDA, HYDERABAD-PARIHARA TEMPLE FOR KETU DOSHA   Chitragupta (Sanskrit: चित्रगुप्त, 'rich in secrets' or 'hidden picture') is a Hindu god assigned with the task of keeping complete records of actions of human beings on the earth. Upon their death, Chitragupta has the task of deciding heaven or the hell for the humans, depending on their actions on the earth. Chitragupta Maharaj (Chitragupta the King) is th

By Admin On Thursday July 28 2022 211

उत्तर प्रदेश में है भगवान चित्रगुप्त का प्राचीन मंदिर, कहते हैं स्वयं भगवान विष्णु ने की थी इसकी स्थापना

उत्तर प्रदेश में है भगवान चित्रगुप्त का प्राचीन मंदिर, कहते हैं स्वयं भगवान विष्णु ने की थी इसकी स्थापना

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उत्तर प्रदेश में है भगवान चित्रगुप्त का प्राचीन मंदिर, कहते हैं स्वयं भगवान विष्णु ने की थी इसकी स्थापना वैसे तो हमारे देश में भगवान चित्रगुप्त के अनेक मंदिर हैं, लेकिन इनमें से कुछ बहुत प्राचीन हैं। ऐसा ही एक मंदिर उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जिले में भी है। मान्यता है इस मंदिर की स्थापना स्वयं भगवान विष्णु ने की थी। पौराणिक कथाओं के अनुसार, स्वंय भगवान विष्

By Admin On Thursday July 28 2022 211

Chitragupta Samaj, Bihar & Jharkhand, Anisabad, Patna

Chitragupta Samaj, Bihar & Jharkhand, Anisabad, Patna

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Chitragupta Samaj, Bihar & Jharkhand, Anisabad, Patna   Email: chitraguptaebook@gmail.com

By Admin On Thursday July 28 2022 213

कायस्थ

कायस्थ

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कायस्थ भारत में रहने वाले हिन्दू समुदाय की एक जातियों का वांशिक कुल हैंं पुराणों के अनुसार कायस्थ प्रशासनिक कार्यों का निर्वहन करते हैं।कायस्थ को वर्ण व्यवस्था में ब्राह्मण और क्षत्रिय वर्ण धारण करने का अधिकार प्राप्त है। हिंदू धर्म की मान्यता हैंं कि कायस्थ धर्मराज श्री चित्रगुप्त भगवान की संतान हैं तथा श्रेष्ठ कुल में जन्म लेने के कारण इन्हें ब्राह्मण और क्षत्रिय दोनों धर्मों को धारण करने का अधिकार प्राप्त हैंं। बनारस के पंडितो द्वारा पेशवा दरबार को 1779 AD में दिए उत्तर के अ

By Admin On Thursday July 28 2022 216

Origin of Kayasth

Origin of Kayasth

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Origin of Kayasth Origin of  Kayasth :-  According to the Hindu scriptures known as the Purans & Vedas Kayasth are decended from Chitra gupta Maharaj. There are lots of fact of Kayasthas. There is a lots of story about the kayastha and Kayasth Pariwar in Hindu scriptures.   Let's start from the beginning of the story about the universe and the GOD

By Admin On Wednesday July 27 2022 236

होली-धुलेंड़ी के अगले दिन यानी चैत्र कृष्ण द्वितीया के दिन भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है

होली-धुलेंड़ी के अगले दिन यानी चैत्र कृष्ण द्वितीया के दिन भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है

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होली-धुलेंड़ी के अगले दिन यानी चैत्र कृष्ण द्वितीया के दिन भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है। भगवान चित्रगुप्त की कृपा पाने के लिए इस दिन उनके निम्न मंत्र का जाप करना लाभदायी होता है। आइए जानें चित्रगुप्त की प्रार्थना के लिए मंत्र कौन-सा मंत्र पढ़ें...    चित्रगुप्त की प्रार्थना के लिए मंत्र -

By Admin On Thursday July 28 2022 238

Kayasthas as in the Puranas

Kayasthas as in the Puranas

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According to the Vedic scriptures, the souls of men after death receive rewards and punishments according to their sins and virtues, and hence it is believed that good and bad deeds of men are not destroyed. The souls of men after death go to Yamapuri which is presided over by the deities called Yamas who keep records of men's actions and accordingly give them their dues. The principal Yama is called Yamaraja or Dharamaraja, that is, the ruler of Yamapuri or the King of Laws.  

By Admin On Thursday July 28 2022 241

विभिन्न प्रदेश मे रहनेवाले कायस्थ का संक्षिप्त वर्णन

विभिन्न प्रदेश मे रहनेवाले कायस्थ का संक्षिप्त वर्णन

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विभिन्न प्रदेश मे रहनेवाले कायस्थ का संक्षिप्त वर्णन बँगाल - बँगाल मे प्रधानत: चार श्रेणीयो के कायस्थो का वास है। (क) उत्तर राढीय् (ख) दक्षिण राढीय् (ग) बँगज और (घ) वारेन्द्र । ये भेद कायस्थ के कारण हैँ | युक्त प्रदेश मे जो विभिन्न प्रकार के कायस्थ मिलते हैँ उनमे से श्रिवास्तव्, शकसेन्, सुर्यध्वज्, अम्बष्ठ, गौड आदि कै श्रेणी के कायस्थ बँगाल पहुचे थे। 'सुतरा" कुलग्रन्थ के अनुसार बसु, घो, मित्र, दत्त्, सिँह् प्रभृति उपाधिधारी कायस्थ् अपने को क्षत्रिय धर्म के

By Admin On Wednesday July 27 2022 247

श्री चित्रगुप्तजी (कायस्थ) का वर्ण निर्णय

श्री चित्रगुप्तजी (कायस्थ) का वर्ण निर्णय

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श्री चित्रगुप्तजी (कायस्थ) का वर्ण निर्णय सर्वत्र यह सुनने को मिलता है कि ब्रह्मा ने चार वर्णो ब्राह्मण्, क्षत्रिय , वैश्य तथा शुद्र कि रचना कि तत्पश्चात चित्रगुप्त क अविर्भाव हुआ। तब तो कायस्थ का पन्चम वर्ण होना चाहिये। क

By Admin On Wednesday July 27 2022 251

श्री चित्रगुप्त जी महाराज की आरती

श्री चित्रगुप्त जी महाराज की आरती

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श्री चित्रगुप्त जी महाराज की आरती श्री विरंचि कुलभूषण, यमपुर के धामी। पुण्य पाप के लेखक, चित्रगुप्त स्वामी॥ सीस मुकुट, कानों में कुण्डल अति सोहे। श्यामवर्ण शशि सा मुख, सबके मन मोहे॥>   भाल तिल

By Admin On Thursday July 28 2022 251

FAMILY OF SHEE CHITRAGUPTA JI

FAMILY OF SHEE CHITRAGUPTA JI

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FAMILY OF SHEE CHITRAGUPTA JI Sons from Iravati (Shobhavati): 1. Kulshrestha 2. Mathur 3. Gaur 4. Bhatnagar 5. Saxena 6. Ambasta 7. Nigam 8. Karna   Sons from Nandini (Dakshina): 1. Srivastava 2. Suryadhvaj

By Admin On Thursday July 28 2022 255

श्री चित्रगुप्त भगवान आरती

श्री चित्रगुप्त भगवान आरती

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श्री चित्रगुप्त भगवान आरती ॐ जय चित्रगुप्त हरे, स्वामी जय चित्रगुप्त हरे। भक्त जनों के इच्छित, फल को पूर्ण करे॥ ॐ जय चित्रगुप्त हरे...॥ विघ्न विनाशक मंगलकर्ता, सन्तन सुखदायी। भक्तन के प्रतिपालक, त्रिभुव

By Admin On Thursday July 28 2022 262

श्री चित्रगुप्त भगवान स्तुति

श्री चित्रगुप्त भगवान स्तुति

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श्री चित्रगुप्त भगवान स्तुति जय चित्रगुप्त यमेश तव ,शरणागतम ,शरणागतम| जय पूज्य पद पद्मेश तव शरणागतम ,शरणागतम|| जय देव देव दयानिधे ,जय दीनबंधु कृपानिधे | कर्मेश तव धर्मेश तव शरणागतम ,शरणागतम|| जय

By Admin On Thursday July 28 2022 263

श्री चित्रगुप्त जी की स्तुति

श्री चित्रगुप्त जी की स्तुति

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श्री चित्रगुप्त जी की स्तुति जय चित्रगुप्त यमेश तव,शरणागतम शरणागतम। जय पूज्य पद पद्मेश तव,शरणागतम शरणागतम।। जय देव देव दयानिधे, जय दीनबन्धु कृपानिधे। कर्मेश तव धर्मेश तव, शरणागतम शरणागतम।। जय चित्र अवतारी प्रभो, जय लेखनी धारी विभो। जय श्या

By Admin On Thursday October 27 2022 269

श्री चित्रगुप्त भगवान परिवार

श्री चित्रगुप्त भगवान परिवार

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भगवान चित्रगुप्त के वंशजों को कायस्थ कहा जाता है। अत: कायस्थ की १२ शाखाएं हैं - श्री चित्रगुप्त जी को महाशक्तिमान क्षत्रीय के नाम से सम्बोधित किया गया है । चित्रगुप्त जी के दो विवाह हुए, पहली पत्नी सूर्यदक्षिणा/नंदनी जो ब्राह्मण कन्या थी, इनसे 4 पुत्र हुए जो भानू, विभानू, विश्वभानू और वीर्यभानू कहलाए। दूसरी पत्नी एरावती/शोभावति नागवन्शी क्षत्रिय कन्या थी, इनसे 8 पुत्र हुए जो चारु, चितचारु, मतिभान, सुचारु, चारुण, हिमवान, चित्र,और अतिन्द्रिय कहलाए।| जिसका उल्लेख अहिल्या, कामधेनु, धर्मशास्त्र एवं पुराणों मे

By Admin On Thursday July 28 2022 274

चित्रगुप्त चालीसा

चित्रगुप्त चालीसा

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भगवान श्री चित्रगुप्त जी महाराज का चालीसा इस प्रकार है: दोहा सुमिर चित्रगुप्त ईश को, सतत नवाऊ शीश। ब्रह्मा विष्णु महेश सह, रिनिहा भए जगदीश ।। करो कृपा करिवर वदन, जो सरशुती सहाय। चित्रगुप्त जस विमलयश, वंदन गुरूपद लाय ।। चै0-: जय चित

By Admin On Thursday July 28 2022 276

Convert Devnagari to Kaithi Script

Convert Devnagari to Kaithi Script

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Convert Devnagari to Kaithi Script Aksharamukha aims to provide script conversion between various scripts within the Indic cultural sphere. These in

By Admin On Thursday July 28 2022 277

Chitragupta Ji Maharaj Father of Kayastha Family

Chitragupta Ji Maharaj Father of Kayastha Family

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Chitragupta Ji Maharaj Father of Kayastha Family Vedic Origin The Kayastha trace their genealogy from Adi Purush Shri Chitraguptaji Maharaj. It is said that after Lord Brahma had created the four Varnas (Brahmins, Kshatriyas, Vaishyas and Shudras), Yama snonym Dharamraj requested Lord Brahma to help him record the deeds, good and evil, of men, and administer justi

By Admin On Wednesday July 27 2022 285

चित्रगुप्त मन्दिर, खजुराहो

चित्रगुप्त मन्दिर, खजुराहो

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चित्रगुप्त मन्दिर,खजुराहो चित्रगुप्त मंदिर मध्य भारत के राज्य मध्य प्रदेश के खजुराहो क्षेत्र में बना निरंधार प्रासाद शैली का एक मन्दिर है। इस मंदिर का निर्माण ९७५ ईसवी सन में हुआ था और यहां मिथुन नर्तक, देवांगनाएँ, शार्दूल काफी मात्रा में अंकित किये गए हैं। इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें सामाजिक दृश्य को उत्कृष्टता से अंकित किया गया है।

By Admin On Thursday July 28 2022 296

Adi Chitragupta Temple, Patna City, Patna Bihar

Adi Chitragupta Temple, Patna City, Patna Bihar

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Adi Chitragupta Temple, Patna City, Patna Bihar मंदिर का इतिहास 16 वीं सदी की काली बेसाल्ट पत्थर की भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति दुनिया में अपनी तरह की अनोखी है। यह अनोखा मंदिर, मध्यकालीन भारत की मूर्तिकला का सबसे अच्छा प्रतिनिधित्व करती है। इसका शाश्वत गुण विवरण में निहित है - देवताओं के मुखमंडल का प्रत्येक भाव अपनी उत्कृष्ट अभिव्यक्ति में हैं। यह अनमोल है - यह मंदिर, कला का एक उत्कृष्ट टुकड़ा है जो प्राचीनता में डूबी और एक धार्मिक प्रभामं

By Admin On Thursday July 28 2022 321

Chitragupta Ji Maharaj Father of Kayastha Family ~ Wallpaper

Chitragupta Ji Maharaj Father of Kayastha Family ~ Wallpaper

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Chitragupta Ji Maharaj Father of Kayastha Family ~ Wallpaper    

By Admin On Wednesday July 27 2022 336

भगवान श्री चित्रगुप्त जी के मंदिर

भगवान श्री चित्रगुप्त जी के मंदिर

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भगवान श्री चित्रगुप्त जी के मंदिर भगवान श्री चित्रगुप्त जी के मंदिर भारतवर्ष में निम्नलिखित स्थानों पर निर्मित हैं - 1.         वाराणसी में दारानगर मुहल्ले में बलदेववख्श के बनवाये हुए पुराने

By Admin On Thursday July 28 2022 346

चित्रगुप्त जयंती

चित्रगुप्त जयंती

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हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशियाँ होती हैं। जब अधिकमास या मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। कार्तिक शुक्ल द्वितीया के दिन ही यह त्यौहार भी मनाया जाता है। यह खासकर कायस्थ वर्ग में अधिक प्रचलित है। उनके ईष्ट देवता ग्रंथों के अनुसार चित्रगुप्त जी हैं। जो भी प्राणी धरती पर जन्म लेता है उसकी मृत्यु नि

By Admin On Thursday July 28 2022 352

कायस्थ समाज एवं नागपंचमी

कायस्थ समाज एवं नागपंचमी

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कायस्थ समाज एवं नागपंचमी सभी कायस्थों से विशेष आग्रह--"नागपंचमी" पे सभी कायस्थ अपने कुल पूर्वज "नागों"की पूजा अवश्य करे,,,-पद्म पुराण के अनुसार,चित्रगुप्त जी के बारह पुत्रों का विवाह नागराज वासुकी की बारह कन्याओं से सम्पन्न हुआ। इसी कारण कायस्थों की ननिहाल नागवंश मानी जाती है और नागपंचमी के दिन नाग पूजा की जाती है।इसलिए आप सभी जिस प्रकार भगवान चित्रगुप्त जी का अवतरण दिवस धूमधाम से मनाते है,उसी प्रकार ये भी अवश्य मनाए

By Admin On Thursday July 28 2022 401

Kaithi script

Kaithi script

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कैथी एक ऐतिहासिक लिपि है जो मध्यकालीन भारत में प्रमुख रूप से उत्तर-पूर्व और उत्तर भारत में काफी बृहत रूप से प्रयोग की जाती थी। खासकर आज के उत्तर प्रदेश एवं बिहार के क्षेत्रों में इस लिपि में वैधानिक एवं प्रशासनिक कार्य किये जाने के भी प्रमाण पाये जाते हैं ।। इसे "कयथी" या "कायस्थी", के नाम से भी जाना जाता है। पूर्ववर्ती उत्तर-पश्चिम प्रांत, मिथिला, बंगाल, उड़ीसा और अवध में। इसका प्रयोग खासकर न्यायिक, प्रशासनिक एवं निजी आँकड़ों के संग्रहण में किया जाता था।

By Admin On Thursday July 28 2022 733

Chitragupta Bhagwan Image Photo HD Download

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By Admin On Thursday July 28 2022 813

कायस्थानांसमुत्पत्ति (Kayasthanamsamutpatti) - Kayastha Utpatti with Hindi

कायस्थानांसमुत्पत्ति (Kayasthanamsamutpatti) - Kayastha Utpatti with Hindi

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कायस्थानांसमुत्पत्ति (Kayasthanamsamutpatti) - Kayastha Utpatti with Hindi    

By Admin On Thursday July 28 2022 835

श्री चित्रगुप्त भगवान वंशावली

श्री चित्रगुप्त भगवान वंशावली

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श्री चित्रगुप्त भगवान वंशावली

By Admin On Thursday July 28 2022 849

KAYASTHA SURNAMES

KAYASTHA SURNAMES

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The Kayastha Community in India is spread thin into various states. The easiest identification is the last (surname) name. However, over the period, many new names have evolved. We attempt, here, to provide an exhaustive list of surnames etc. being used by Kayasthas in various states (we’d like to put on record that the list appearing hereunder may have some missing family names. We will appreciate if the same is brought to the notice of this web-site so as to make the information appearing her

By Admin On Thursday July 28 2022 997

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